सोमवार, 21 नवंबर 2022

आम चुनाव


 लोकतंत्र का यह आया पर्व

मतदान से ही इसने पाया गर्व !

बज गया है, चुनावी बिगुल,

पूरा देश हो गया है मशगुल !!

वादों और नारो की लगा दी झड़ी,

सपने दिखा रहें सब बड़ी-बड़ी !

आरोप-प्रत्यारोप पर जारी घमासान,

हो रहा नेताओं का आदान-प्रदान !!

ना रहा चुनावी सभाओं से लगाव,

लाउडस्पीकर से देश-भक्ति गीत,

दीवारों पर पोस्टर लगाने की रीत,

समय के साथ-साथ सब बदल गया !

मतपेटी के जगह भी ईवीएम लग गया !!

चुनावी शोर कम हुआ, पर कड्वाहट बढी,

शिक्षा बढी है, पर वैचारिकता कम हुआ !!

राजनेताओं का होगा इम्तिहान,

वादों और कार्यों का होगा संज्ञान !

इसी आधार पर लगेगा चुनावी निशान,

विजय किसी को, होगा किसी का अवसान !!

हम सबको लेना है, एक संकल्प,

मतदान द्वारा चुने सर्वश्रेष्ठ विकल्प !!

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नव वर्ष की शुभकामनाए

  क्षितिज से ऊपर उठती पहली किरण , भोर की लाली जैसा है इसका वर्ण , अंधकार को चीर कर आया है यह क्षण , नव वर्ष का हो रहा है शुभ - आगमन !!...